Lata Shabd Roop

lata Shabd roop (लता शब्द रूप) के ऊपर आज इस अध्ययन के बाद आपकी सरो सवाल आसन हो जायेंगे. तो स्वागत है आपका ki matra wale shabd वेबसाइट पर. 

संस्कृत भाषा में प्रत्येक शब्द का अपना एक विशिष्ट रूप होता है, जो उसके लिंग, विभक्ति, और वचन के आधार पर बदलता रहता है। यह शब्द-रूप प्रणाली संस्कृत व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लेख में, हम संस्कृत के स्त्रीलिंग शब्द “लता” का विस्तार से अध्ययन करेंगे, जिसके माध्यम से हम संस्कृत की विभक्ति और वचन की प्रणाली को बेहतर समझ सकते हैं।

इस लेख की विषय सूची

परिचय: लता शब्द का अर्थ और महत्त्व

“लता” शब्द का सामान्य अर्थ “लता”, “वृक्ष की बेल”, या “क्लाइम्बिंग प्लांट” होता है। यह शब्द प्रकृति के सौंदर्य को दर्शाता है और संस्कृत साहित्य में इसका व्यापक रूप से प्रयोग होता है। संस्कृत के किसी भी शब्द को सही प्रकार से समझने के लिए उसके विभक्ति रूपों को जानना आवश्यक है, ताकि उसे विभिन्न वाक्यों और प्रसंगों में सही ढंग से प्रयोग किया जा सके।

विभक्ति और वचन प्रणाली: एक अवलोकन

संस्कृत में शब्दों को विभक्तियों और वचनों के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है। विभक्ति और वचन की यह प्रणाली संस्कृत के व्याकरण को अन्य भाषाओं से अलग बनाती है। यहाँ विभक्ति और वचन प्रणाली का संक्षेप में वर्णन है:

  • वचन: संस्कृत में तीन प्रकार के वचन होते हैं – एकवचन (एक के लिए), द्विवचन (दो के लिए), और बहुवचन (तीन या उससे अधिक के लिए)।
  • विभक्ति: संस्कृत में आठ विभक्तियाँ होती हैं, जो किसी शब्द के वाक्य में उसके कार्य को दर्शाती हैं। ये विभक्तियाँ इस प्रकार हैं:
    • प्रथमा (कर्तृ कारक)
    • द्वितीया (कर्म कारक)
    • तृतीया (करण कारक)
    • चतुर्थी (सम्प्रदान कारक)
    • पञ्चमी (अपादान कारक)
    • षष्ठी (सम्बन्ध कारक)
    • सप्तमी (अधिकरण कारक)
    • सम्बोधन (पुकार)

लता शब्द के विभक्ति रूप (Lata Shabd Roop)

“लता” शब्द के विभक्ति रूप नीचे तालिका के रूप में दिए जा रहे हैं। इस तालिका के माध्यम से हम “लता” शब्द के विभिन्न रूपों को समझेंगे, जो संस्कृत व्याकरण की विभक्ति और वचन प्रणाली के आधार पर बदलते हैं।

लता” शब्द के विभक्ति रूपों को सामान्यत: व्याकरणिक दृष्टिकोण से समझा जाता है, लेकिन अगर हम इसे जीवन और दर्शन से जोड़ें, तो हमें समझ में आता है कि ये विभक्तियाँ जीवन के विभिन्न आयामों का भी प्रतिनिधित्व करती हैं। संस्कृत व्याकरण की आठ विभक्तियाँ एक जीवंत संरचना हैं, जिसमें हम “लता” शब्द को विभिन्न रूपों में जीते हुए देख सकते हैं।

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमालतालतेलताः
द्वितीयालताम्लतेलताः
तृतीयालतयालताभ्याम्लताभिः
चतुर्थीलतायैलताभ्याम्लताभ्यः
पञ्चमीलतायाःलताभ्याम्लताभ्यः
षष्ठीलतायाःलतयोःलतानाम्
सप्तमीलतायाम्लतयोःलतासु
सम्बोधनहे लतेहे लतेहे लताः

विभक्तियों का अर्थ और उनके प्रयोग

Lata Ke Shabd
विभक्तियों का अर्थ और उनके प्रयोग

1. प्रथमा विभक्ति (कर्तृ कारक)

प्रथमा विभक्ति “कर्त्ता” का प्रतिनिधित्व करती है, जिसका सीधा संबंध “स्वतंत्र अस्तित्व” से है। जब हम कहते हैं “लता”, तो हम उस बेल की बात कर रहे होते हैं, जो अपने आप में एक पूर्ण इकाई है। यह जीवन का वह पहलू है, जहाँ हम अपने आप में सम्पूर्ण होते हैं, जैसे कि एक अकेली लता अपनी दिशा में बढ़ रही है।

  • एकवचन: लता (लता है।)
    • उदाहरण: लता सुंदर है।
    • यहाँ “लता” शब्द कर्ता के रूप में प्रयुक्त हो रहा है।
  • द्विवचन: लते (दो लताएँ हैं।)
    • उदाहरण: लते सुंदर हैं।
  • बहुवचन: लताः (अनेक लताएँ हैं।)
    • उदाहरण: लताः सुंदराः सन्ति।

2. द्वितीया विभक्ति (कर्म कारक)

द्वितीया विभक्ति हमें यह सिखाती है कि जीवन में हर क्रिया का एक परिणाम होता है। “लताम्” का अर्थ है “लता को”, अर्थात् यहाँ लता एक क्रिया का परिणाम बन रही है। यह हमें कर्म और उसके प्रभाव का महत्व समझाता है।

  • एकवचन: लताम् (लता को)
    • उदाहरण: मैंने लताम् देखा।
  • द्विवचन: लते (दो लताओं को)
    • उदाहरण: मैंने लते देखे।
  • बहुवचन: लताः (अनेक लताओं को)
    • उदाहरण: मैंने लताः देखे।

3. तृतीया विभक्ति (करण कारक)

तृतीया विभक्ति “करण” का प्रतिनिधित्व करती है, जो हमें यह सिखाती है कि जीवन में क्रियाएँ केवल हमारे द्वारा ही नहीं होतीं, बल्कि हमें अन्य माध्यमों और उपकरणों की भी आवश्यकता होती है। “लतया” शब्द का अर्थ है “लता के द्वारा”, और यह हमें यह संदेश देता है कि जीवन की सुंदरता उस सहयोग में है जो हम दूसरों से प्राप्त करते हैं।

  • एकवचन: लतया (लता के द्वारा)
    • उदाहरण: लतया वृक्ष को ढक दिया गया।
  • द्विवचन: लताभ्याम् (दो लताओं के द्वारा)
    • उदाहरण: लताभ्याम् वृक्ष ढक दिए गए।
  • बहुवचन: लताभिः (अनेक लताओं के द्वारा)
    • उदाहरण: लताभिः वृक्ष ढक दिए गए।

4. चतुर्थी विभक्ति (सम्प्रदान कारक)

चतुर्थी विभक्ति “सम्प्रदान” का प्रतिनिधित्व करती है, जो दान, समर्पण और प्रेम का प्रतीक है। “लतायै” का अर्थ है “लता के लिए”, और यह हमें यह सिखाता है कि जीवन में दान और समर्पण का क्या महत्व है।

  • एकवचन: लतायै (लता के लिए)
    • उदाहरण: यह पानी लतायै है।
  • द्विवचन: लताभ्याम् (दो लताओं के लिए)
    • उदाहरण: यह जल लताभ्याम् दिया गया।
  • बहुवचन: लताभ्यः (अनेक लताओं के लिए)
    • उदाहरण: यह जल लताभ्यः दिया गया।

5. पञ्चमी विभक्ति (अपादान कारक)

पञ्चमी विभक्ति “अपादान” है, जो किसी चीज से दूरी या अलगाव को दर्शाती है। “लतायाः” का अर्थ है “लता से”, जो हमें यह सिखाता है कि जीवन में कभी-कभी हमें दूरियां बनानी पड़ती हैं, ताकि हम स्वतंत्र रूप से बढ़ सकें।

  • एकवचन: लतायाः (लता से)
    • उदाहरण: मैं लतायाः दूर हूँ।
  • द्विवचन: लताभ्याम् (दो लताओं से)
    • उदाहरण: मैं लताभ्याम् दूर हूँ।
  • बहुवचन: लताभ्यः (अनेक लताओं से)
    • उदाहरण: मैं लताभ्यः दूर हूँ।

6. षष्ठी विभक्ति (सम्बन्ध कारक)

षष्ठी विभक्ति “सम्बन्ध” का प्रतीक है, जो स्वामित्व और सम्बन्ध की भावना को दर्शाता है। “लतायाः” का एक और रूप है, जो सम्बन्ध को दर्शाता है। यह हमें यह सिखाता है कि जीवन में हर चीज का किसी न किसी से सम्बन्ध होता है।

  • एकवचन: लतायाः (लता का/की)
    • उदाहरण: यह लतायाः फूल है।
  • द्विवचन: लतयोः (दो लताओं का/की)
    • उदाहरण: यह लतयोः फूल है।
  • बहुवचन: लतानाम् (अनेक लताओं का/की)
    • उदाहरण: यह लतानाम् उद्यान है।

7. सप्तमी विभक्ति (अधिकरण कारक)

सप्तमी विभक्ति “अधिकरण” का प्रतिनिधित्व करती है, जो हमें स्थान और स्थिति का बोध कराती है। “लतायाम्” का अर्थ है “लता में”। यह विभक्ति हमें यह सिखाती है कि हम कहाँ स्थित हैं और हमारा स्थान क्या है।

  • एकवचन: लतायाम् (लता में)
    • उदाहरण: लतायाम् पक्षी बैठा है।
  • द्विवचन: लतयोः (दो लताओं में)
    • उदाहरण: लतयोः पक्षी बैठे हैं।
  • बहुवचन: लतासु (अनेक लताओं में)
    • उदाहरण: लतासु पक्षी बैठे हैं।

8. सम्बोधन विभक्ति (पुकार)

सम्बोधन विभक्ति जीवन की वह अवस्था है, जहाँ हम किसी को पुकारते हैं, उससे संवाद करते हैं। “हे लते” एक पुकार है, जो हमें यह सिखाती है कि जीवन में संवाद और आह्वान कितना महत्वपूर्ण है।

  • एकवचन: हे लते! (हे लता!)
    • उदाहरण: हे लते! कहाँ जा रही हो?
  • द्विवचन: हे लते! (हे दो लताएँ!)
    • उदाहरण: हे लते! बढ़ो।
  • बहुवचन: हे लताः! (हे अनेक लताएँ!)
    • उदाहरण: हे लताः! सुनो।

संस्कृत साहित्य में लता शब्द का प्रयोग

संस्कृत के महान कवियों और लेखकों ने “लता” शब्द का प्रयोग विशेष रूप से प्राकृतिक सौंदर्य और कोमलता को दर्शाने के लिए किया है। कालिदास के नाटक और काव्य में “लता” शब्द की उपस्थिति विशेष रूप से देखने को मिलती है। उदाहरण के लिए, कालिदास के “मेघदूत” में “लता” शब्द का प्रयोग उस कोमलता और सौंदर्य को व्यक्त करने के लिए किया गया है, जो नायिका की कोमलता और प्रेम को दर्शाता है।

“लता” शब्द का स्त्रीलिंग होने के कारण, इसके रूप भी उसी के अनुरूप बदलते हैं। स्त्रीलिंग शब्द होने के कारण यह शब्द विभिन्न विभक्तियों में अलग-अलग रूप धारण करता है। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि संस्कृत में विभक्ति और वचन के आधार पर शब्दों का प्रयोग और उनका अर्थ बदल जाता है।

लता शब्द और जीवन के पाठ

संस्कृत में शब्द केवल संज्ञाएँ नहीं हैं, बल्कि वे जीवन के विविध आयामों को दर्शाते हैं। “लता” शब्द जीवन की कोमलता, लचीलापन, और प्रवाह का प्रतीक है। इसके विभक्ति रूप हमें जीवन के विभिन्न चरणों को समझने का अवसर प्रदान करते हैं।

  • लता हमें सिखाती है कि जीवन में स्वाभाविक लचक और कोमलता जरूरी है।
  • लताम् से हमें यह ज्ञान मिलता है कि हर कर्म का एक परिणाम होता है।
  • लतया से हम समझते हैं कि सहयोग और सामंजस्य जीवन के लिए अनिवार्य हैं।
  • लतायै से हमें दान और समर्पण का महत्व पता चलता है।
  • लतायाः से हम दूरी और स्वतंत्रता का मूल्य समझते हैं।
  • लतायाम् हमें स्थान और परिस्थिति का बोध कराता है।
  • हे लते हमें पुकार और संवाद का महत्त्व सिखाता है।

लता शब्द के उपयोग का उदाहरण (lata ka shabd roop)

यह तालिका लता शब्द के विभिन्न रूपों के साथ उदाहरण प्रस्तुत करती है: (lata shabd roop in Sanskrit)

रूपउदाहरण वाक्यअंग्रेजी अर्थ
प्रथमालता बगीचे में है।The vine is in the garden.
द्वितीयामुझे लताम् पसंद है।I like the vine.
तृतीयालतया खेलती है।The vine is playing.
चतुर्थीमैं लतायै पानी दूँगा।I will give water to the vine.
पंचमीलतायाः फूल सुंदर हैं।The flowers of the vine are beautiful.
षष्ठीलतायाः पत्ते हरे हैं।The leaves of the vine are green.
सप्तमीलतायाम् एक सुंदर पक्षी बैठा है।A beautiful bird is sitting on the vine.

लता के रूप याद करने का तरीका

इस तालिका में लता शब्द के रूपों को सरल तरीके से याद करने के लिए एक विधि प्रस्तुत की गई है:

विभक्तिप्रत्ययएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमालतालतेलताः
द्वितीयाआम्लताम्लतेलताः
तृतीयाअयालतयालताभ्याम्लताभि:
चतुर्थीआयैलतायैलताभ्याम्लताभ्यः
पंचमीआयाःलतायाःलताभ्याम्लताभ्यः
षष्ठीआयाःलतायाःलतयो:लतानाम्
सप्तमीआयाम्लतायाम्लतयो:लतासु

लता शब्द के अन्य आकारांत स्त्रीलिंग संज्ञाएँ

यह तालिका कुछ अन्य आकारांत स्त्रीलिंग संज्ञाओं को दर्शाती है:

आकारांत स्त्रीलिंग संज्ञाएँ
कविता
माला
जला
नासिका
बाला
गायिका
राधा
सीता

इन तालिकाओं के माध्यम से आप लता शब्द के विभिन्न रूपों और उनके उपयोग को आसानी से समझ सकते हैं। अगर आपको और जानकारी चाहिए या किसी विशेष पहलू पर चर्चा करनी है, तो बताएं!

लता शब्द रूप” के विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए यहां कुछ प्रश्न हैं।

1. लता शब्द का अर्थ क्या है?

उत्तर: “लता” एक संस्कृत और हिंदी शब्द है, जिसका अर्थ होता है एक ऐसी पौधा या बेल जो अन्य संरचनाओं, जैसे दीवारों या पेड़ों, पर चढ़ती है। लताएँ अक्सर अपनी लचीली और कुशल वृद्धि के कारण खूबसूरत दिखती हैं और बगीचों में सजावट के लिए उपयोग की जाती हैं। यह शब्द कोमलता, सौंदर्य, और जीवन के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है।

2. लता किस प्रकार का शब्द है: संज्ञा, क्रिया, या विशेषण?

उत्तर: “लता” एक संज्ञा (noun) है। यह एक विशेष वस्तु, जीव, या व्यक्ति का नाम बताती है। संज्ञाएँ किसी चीज़ या व्यक्ति का वर्णन करती हैं, और “लता” विशेष रूप से एक प्रकार की पौधा को दर्शाती है।

3. आकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा क्या होती है?

उत्तर: आकारांत स्त्रीलिंग संज्ञाएँ वे शब्द होती हैं, जो स्त्रीलिंग होती हैं और जिनके अंत में “आ” ध्वनि होती है। उदाहरण के तौर पर, “लता,” “कविता,” “माला,” और “बाला” इसी श्रेणी में आते हैं। इन शब्दों का प्रयोग हिंदी व्याकरण में खासतौर पर स्त्रीलिंग के लिए किया जाता है।

4. लता शब्द के प्रथमा एकवचन का रूप क्या है?

उत्तर: लता शब्द का प्रथमा एकवचन रूप “लता” है। यह रूप तब प्रयोग होता है जब हम एकल (एक) लता की बात कर रहे होते हैं। उदाहरण: “लता खिली है।”

5. लता शब्द का द्वितीया बहुवचन कैसे लिखा जाता है?

उत्तर: लता शब्द का द्वितीया बहुवचन रूप “लताः” है। इसका प्रयोग तब होता है जब हम कई लताओं के बारे में बात कर रहे होते हैं। उदाहरण: “मुझे लताएँ पसंद हैं।”

6. लता का तृतीया एकवचन रूप क्या है?

उत्तर: लता का तृतीया एकवचन रूप “लतया” है। यह रूप तब उपयोग होता है जब हम एक लता के साथ किसी क्रिया का प्रयोग कर रहे होते हैं। उदाहरण: “लतया बगीचे में खिल रही है।”

7. लता शब्द का चतुर्थी रूप कैसे बदलता है?

उत्तर: लता शब्द का चतुर्थी रूप “लतायै” है। इसका प्रयोग तब किया जाता है जब हम एक लता के लिए किसी वस्तु का उपयोग कर रहे होते हैं। उदाहरण: “मैं लतायै पानी दे रहा हूँ।”

8. लता शब्द का पंचमी रूप क्या है?

उत्तर: लता का पंचमी रूप “लतायाः” है। यह रूप तब प्रयोग होता है जब हम एक लता से किसी चीज़ को संदर्भित कर रहे होते हैं। उदाहरण: “लतायाः फूल बहुत सुंदर हैं।”

9. लता का षष्ठी एकवचन रूप क्या होता है?

उत्तर: लता का षष्ठी एकवचन रूप “लतायाः” है। इसका प्रयोग तब होता है जब हम एक लता की बात कर रहे होते हैं। उदाहरण: “लतायाः पत्ते हरे हैं।”

10. लता का सप्तमी बहुवचन क्या है?

उत्तर: लता का सप्तमी बहुवचन रूप “लतासु” है। इसका उपयोग तब होता है जब हम कई लताओं के संदर्भ में बात कर रहे होते हैं। उदाहरण: “लतासु चिड़ियाँ बैठी हैं।”

11. लता शब्द को किस विभक्ति में उपयोग किया गया है: प्रथमा या द्वितीया?

उत्तर: लता शब्द का उपयोग प्रथमा और द्वितीया दोनों विभक्तियों में किया जा सकता है। उदाहरण: “लता सुंदर है” (प्रथमा) और “मुझे लता पसंद है” (द्वितीया)।

12. लता का अव्यवहीन प्रयोग कैसे किया जा सकता है?

उत्तर: अव्यवहीन रूप में, लता शब्द का उपयोग किसी विशेषण के रूप में किया जा सकता है। उदाहरण: “लता सजीव है।” यहाँ “लता” एक विशेषण के रूप में प्रयोग किया गया है, जिसका अर्थ है कि लता जीवंत और सुंदर है।

13. लता शब्द से एक वाक्य बनाएं।

उत्तर: “लता बगीचे में खिल रही है।” इस वाक्य में “लता” का प्रयोग एक सुंदर पौधे को दर्शाने के लिए किया गया है।

14. लता के बहुवचन रूप के प्रयोग का एक उदाहरण दें।

उत्तर: “लताएँ बगीचे में सुंदर लगती हैं।” इस वाक्य में “लताएँ” का प्रयोग कई लताओं के संदर्भ में किया गया है।

15. लता शब्द के साथ एक उपयुक्त विशेषण लिखें।

उत्तर: “सुंदर लता।” यहाँ “सुंदर” विशेषण के रूप में “लता” के गुण को बताता है।

16. क्या लता का प्रयोग काव्य में किया जाता है? उदाहरण दें।

उत्तर: हाँ, लता का प्रयोग काव्य में किया जाता है। उदाहरण: “लता की मस्ती में हर रंग बिखरता है।” इस वाक्य में “लता” को एक काव्यात्मक संदर्भ में सुंदरता और प्रकृति के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है।

17. लता शब्द के अर्थ के संदर्भ में एक कहावत बताएं।

उत्तर: “लता की तरह बंधे रहो, पेड़ की तरह मजबूत बनो।” यह कहावत यह संदेश देती है कि हमें लचीला और समर्पित रहना चाहिए, लेकिन मजबूत और स्थायी भी बनना चाहिए।

18. लता के रूप को याद करने का कोई तरीका बताएं।

उत्तर: लता के रूपों को याद करने के लिए आप उन्हें तालिका में लिख सकते हैं या कविता बनाकर याद कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, “लता, लते, लताः” को एक गीत या राइम में डालकर याद करना सरल हो सकता है।

19. लता शब्द के synonyms क्या हैं?

उत्तर: लता के कुछ पर्यायवाची शब्द हैं: “बेल,” “पौधा,” “झाड़,” “कली,” आदि। ये सभी शब्द लता के समानार्थक हैं और प्रकृति में पाए जाते हैं।

20. लता शब्द का उपयोग सांस्कृतिक संदर्भ में कैसे किया जाता है?

उत्तर: लता का उपयोग अक्सर नृत्य, संगीत और कला में प्राकृतिक सौंदर्य के प्रतीक के रूप में किया जाता है। भारतीय संस्कृति में, लताएँ प्रेम और जीवन के प्रतीक के रूप में मानी जाती हैं।

21. लता शब्द का उपयोग किस प्रकार के साहित्य में मिलता है?

उत्तर: लता शब्द का उपयोग कविता, कहानी, और गद्य साहित्य में प्राकृतिक सौंदर्य को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। विशेषकर कवियों द्वारा प्राकृतिक दृश्यों को चित्रित करने में इसका उपयोग होता है।

22. क्या लता शब्द का कोई antonym है?

उत्तर: “लता” का कोई विशेष antonym नहीं है, लेकिन “पेड़” या “वृक्ष” कुछ हद तक इसके विपरीत हो सकते हैं। पेड़ आमतौर पर मजबूत और स्थायी होते हैं, जबकि लताएँ चढ़ने वाली और लचीली होती हैं।

23. लता शब्द से संबंधित अन्य स्त्रीलिंग संज्ञाएँ कौन सी हैं?

उत्तर: अन्य आकारांत स्त्रीलिंग संज्ञाएँ: “कविता,” “गायिका,” “राधा,” “माला,” “कथा,” “नदी,” “धरा,” आदि।

24. लता शब्द का उपयोग हिंदी व्याकरण में क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: लता शब्द का उपयोग व्याकरणिक संरचना को समझने और सही वाक्य निर्माण में मदद करता है, खासकर आकारांत स्त्रीलिंग संज्ञाओं के संदर्भ में। यह अध्ययन हमें अन्य स्त्रीलिंग संज्ञाओं के रूपों को भी समझने में मदद करता है।

25. लता के प्रयोग से एक साहित्यिक वाक्य रचें।

उत्तर: “चाँदनी रात में लताएँ चुपचाप अपनी कहानी सुनाती हैं।” इस वाक्य में लता का प्रयोग काव्यात्मक और साहित्यिक संदर्भ में किया गया है, जो रात की सुंदरता को दर्शाता है।

  इन प्रश्नों के माध्यम से आप लता शब्द रूप और उसके व्याकरणिक महत्व को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।

आशा करता हु आपको ये सारे लता शब्द के ऊपर ये सब जानकारी पसंद आया होगा. Lata Shabd ke roop और अनेक lata shabd roop के अप जानकारी हमने इस लेख में पूरी देनेकी कोशिश की है.

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